अफ्रीका

अफ्रीका



✅अफ्रीका विश्व का दूसरा बड़ा महाद्वीप है। इसका क्षेत्रफल 3,02,21,532 वर्ग किमी. (पृथ्वी के कुल स्थलीय क्षेत्र का 20.4 प्रतिशत) है। इस महाद्वीप में 56 देश स्थित हैं।


अफ्रीका के पूर्व में एशिया, लाल सागर और हिंद महासागर, उत्तर में भूमध्य सागर और यूरोप तथा पश्चिम में अटलांटिक महासागर हैं।


सामाजिक, सांस्कृतिक, आर्थिक और औद्योगिक दृष्टि से अन्य महाद्वीपों से काफी पिछड़ा होने के कारण अफ्रीका को काला/अंध महाद्वीप (Black/Dark Continent) कहा जाता है। इसे भविष्य का महाद्वीप (Continent of Hope) भी कहते हैं।


क्षेत्रफल की दृष्टि में सबसे बड़ा देश अल्जीरिया, जबकि जनसंख्या की दृष्टि से नाइजीरिया है।


विश्व की सबसे लम्बी नदी नील अफ्रीका महाद्वीप में ही बहती है।


दक्षिण अफ्रीका का बोहानसबर्ग नगर विश्व के प्रमुख स्वर्ण उत्पादक नगरों में से एक है।


आफ्रीका का ट्रांसवाल क्षेत्र जेबरा और जिराफ जानवरों के लिए विश्व विख्यात है।


अफ्रीका के उष्ण घास के मैदान 'सवाता' और शीतोष्ण घास के मैदान 'बेल्ड्स' कहलाते हैं।


अफ्रीका का सबसे लबा रेलमार्ग केप-काहिरा रेलमार्ग है जो दक्षिण अफ्रीका गणराज्य के केपटाउन नगर से मिस्र के काहिरा नगर तक जाता है।


मिल में स्वेज नहर है जो लाल सागर को भूमध्यसागर से मिलाती है। इस नहर का निर्माण वर्ष 1869 में किया गया जिससे यूरोप से भारत आने में 7000 किमी. दूरी की बचत होती है।


अफ्रीका में किंबरले खान (दक्षिण अफ्रीका) विश्व की सबसे बड़ी हीरे को खान है।


अफ्रीका में विश्व का सबसे विशाल मरुस्थल सहारा (9,400,000 वर्ग किमी) स्थित है।


अफ्रीका का कोट डी आइवरी देश विश्व में सर्वाधिक कोको उत्पादक देश है।


मिस्त्र विश्व में सर्वाधिक खजूर उत्पादक देश है।


सभी महाद्वीपों में उष्ण कटिबंधीय परिस्थितियों का सबसे ज्यादा विस्तार अफ्रीका महाद्वीप में है।


जाम्बेजी नदी पर निर्मित करीबा बांध से अफ्रीका में सबसे अधिक जल-विद्युत पैदा की जाती है। मिस्त्र देश में नील नदी पर निर्मित अस्वान बांध अफ्रीका का एक अन्य बड़ा बाँध है। कैजो बांध नाइजर नदी पर स्थित है।


अफ्रीका में जंजीबार और पेंबा द्वीप संसार में सबसे अधिक लौग का उत्पादन करते हैं। यहाँ से इसका निर्यात भी सबसे अधिक होता है।


अफ्रीका ही एकमात्र ऐसा महाद्वीप है, जिसमें से कर्क व मकर रेखाएँ गुजरती है।


विश्व की सबसे विशाल हीरा प्रीमियर खान (दक्षिण अफ्रीका) से 1905 ई. का प्राप्त हुई, जिसका नाम कुलीनन हीरा है।


इस महाद्वीप के स्थल-रुद्ध (Land Locked) देशों में माली, नाइजर, चाड, बुर्कीना फासो, बुरुंडी, सेन्ट्रल अफ्रीका गणतन्त्र, इथियोपिया, लिसोथो, रवांडा, स्वाजीलैण्ड, दक्षिण सूडान, युगांडा, जांबिया, जियाब्ये, मलावी, बोत्सवाना शामिल हैं।


जिबूती (Djibouti) में 'असल' नामक स्थान औसत समुद्र तल से 153 मीटर नीचा है।


विश्व में कुल संभाव्य जल-विद्युत शक्ति की 40 प्रतिशत संभाव्य क्षमता अफ्रीका महाद्वीप में विद्यमान है।


विश्व में अफ्रीका सबसे अधिक जनसंख्या वृद्धि वाला महाद्वीप है।


अफ्रीका-हार्न (Horm of Africa) में सम्मिलित देश क्रमशः इथियोपिया, जिबूती, इरीट्रिया और सोमालिया है।


अफ्रीका में जनसंख्या की सर्वाधिक वार्षिक वृद्धि वाला देश सोमालिया है।


अफ्रीका का सर्वाधिक नगरीकृत देश लीविया है।


प्रिटोरिया, केपटाउन और ब्लूमफॉन्टेन दक्षिण अफ्रीका देश की क्रमश, प्रशासनिक, वैधानिक तथा न्यायिक राजधानियों है।


दक्षिण अफ्रीका की प्रशासनिक राजधानी प्रिटोरिया का नया नाम श्वाने (Tshwane) है।


घाना में वोल्टा नदी पर निर्मित अकोसोवो बांध से बनी बोल्टा झील अफ्रीका की सबसे बड़ी कृत्रिम झील है।


अरब, बर्बर, तुआरेग लोग उत्तरी अफ्रीका में; पिग्मी कांगो बेसिन में; बुशमैन कालाहारी मरुस्थल' में; होटेनटाट्स, ओवांबो तथा हेरेरो लोग दक्षिण-पश्चमी अफ्रीका में रहते हैं।


बिन्दू, जो कि अफ्रीका के मूल निवासी है, की अधिकांश जनसंख्या भूमध्य रेखा के दक्षिण में निवास करती है।


कटंगा कांगो देश का खनिज बहुल क्षेत्र है।


विटवाटर्सरेंड (ट्रांसवाल क्षेत्र) अफ्रीका का सर्वाधिक सोना उत्पन्न करता है।


अफ्रीका का सबसे ऊँचा पर्वत शिखर किलिमंजारोहै। समुद्रतल से इसकी ऊँचाई 5,895 मीटर है। यह वर्ष भर हिम से ढंका रहता है। यह पूर्वी उच्च भूमि प्रदेश में तंजानिया देश में स्थित है।


मिस्त्र को एशिया और यूरोप महाद्वीप का जंक्शन कहा जाता है। • अफ्रीका के भूमध्यरेखीय झील तन्त्र में सम्मिलित झीलें टुर्काना, एल्बर्ट, टांगानिका और न्यासा हैं।-


महान् भू-भ्रंश घाटी - भू-भ्रंश घाटी धरातल में दरार या भ्रंश पड़ने से बनी लंबी और गहरी घाटियाँ हैं। इनके दोनों किनारे दीवार की तरह सीधे खड़े ढाल वाले होते हैं। अफ्रीका में ऐसी भू-भ्रंश घाटियों की एक लंबी श्रृंखला है। यह भू-भ्रंश घाटी मोजांबिक से (मलावी झील के दक्षिण से) उत्तर में मृत सागर तक विस्तृत है। इस भू-भ्रंश घाटी की लंबाई लगभग 6,000 किमी. है।


विक्टोरिया झील- यह अफ्रीका की सबसे बड़ी झील है। यह तंजानिया, कीनिया और युगांडा की सीमा पर स्थित है।नील-ब्ल्यू नील और व्हाईट नील नदियों से नील नदी का निर्माण होता है। ब्ल्यू नील इथियोपिया में टाना झील से और व्हाईट नील युगांडा में विक्टोरिया झील से निकलती है। यह नदी अपना जल भूमध्यसागर में ले जाकर मिलाती है। खारतुम नगर ब्ल्यू और व्हाईट झील के संगम पर स्थित है। नील नदी पर मिल में अस्वान बांध के, निर्माण से निर्मित झील को नासिर झील कहते हैं। मौल विश्व की सबसे लंबी नदी है। इसकी लंबाई लगभग 6,650 किमी. है।


कांगो यह नदी भूमध्य रेखा को दो बार पार करती है। अफ्रीका की सभी नदियों में सबसे अधिक जल यही नदी बहाकर ले जाती है।


अफ्रीका एक विशाल महाद्वीप है जिसमें कई महत्वपूर्ण नदियाँ हैं जो इसके पारिस्थितिकी तंत्र और मानव समुदायों के लिए महत्वपूर्ण हैं। यहाँ अफ्रीका की कुछ प्रमुख नदियों का विवरण दिया गया है:


अफ्रीका की प्रमुख नदियां 

नील नदी: 

o यह दुनिया की सबसे लंबी नदियों में से एक है।

o यह नदी उत्तर की ओर बहती है और भूमध्य सागर में गिरती है।

o यह नदी सफेद नील और नीली नील नाम की दो प्रमुख सहायक नदियों से मिलकर बनी है।

o यह मिस्र और सूडान जैसे देशों के लिए जीवन रेखा है।


✅ कांगो नदी: 

o यह अफ्रीका की दूसरी सबसे लंबी नदी है।

o यह नदी कांगो बेसिन से होकर बहती है और अटलांटिक महासागर में गिरती है।

o यह दुनिया की सबसे गहरी नदियों में से एक है।

o यह नदी मध्य अफ्रीका के वर्षावनों के माध्यम से बहती है।

नाइजर नदी: 

o यह पश्चिम अफ्रीका की प्रमुख नदी है।

o यह गिनी हाइलैंड्स से निकलती है और नाइजीरिया के माध्यम से बहती हुई गिनी की खाड़ी में गिरती है।

o यह नदी कृषि और मछली पकड़ने के लिए महत्वपूर्ण है।

ज़म्बेज़ी नदी: 

o यह दक्षिणी अफ्रीका की सबसे बड़ी नदी है।

o यह नदी विक्टोरिया फॉल्स जैसे शानदार झरनों के लिए जानी जाती है।

o यह हिंद महासागर में गिरती है।

o यह नदी जलविद्युत उत्पादन के लिए महत्वपूर्ण है।

ऑरेंज नदी: 

o यह नदी दक्षिणी अफ्रीका की एक प्रमुख नदी है।

o यह नदी ड्रेकेन्सबर्ग पर्वत से निकलती है और अटलांटिक महासागर में गिरती है।

o यह नदी दक्षिण अफ्रीका और नामीबिया के बीच सीमा का एक हिस्सा बनाती है।

लिम्पोपो नदी: 

o यह नदी दक्षिणी अफ्रीका में बहती है।

o यह नदी मोज़ाम्बिक, दक्षिण अफ्रीका, बोत्सवाना और ज़िम्बाब्वे से होकर बहती है।

o यह नदी हिंद महासागर में गिरती है।


अफ्रीका के प्रमुख मरुस्थल 

·  सहारा मरुस्थल: 

यह दुनिया का सबसे बड़ा गर्म मरुस्थल है।

यह उत्तरी अफ्रीका में स्थित है और लगभग 9.2 मिलियन वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है।

यह मरुस्थल अल्जीरिया, चाड, मिस्र, लीबिया, माली, मॉरिटानिया, मोरक्को, नाइजर, सूडान और ट्यूनीशिया सहित कई देशों में फैला हुआ है।

यह अपनी चरम गर्मी और शुष्कता के लिए जाना जाता है।

·  कालाहारी मरुस्थल: 

यह दक्षिणी अफ्रीका में स्थित है।

यह बोत्सवाना, नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका के कुछ हिस्सों में फैला हुआ है।

यह लगभग 900,000 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है।

यह मरुस्थल अपनी लाल रेत और अद्वितीय वन्य जीवन के लिए जाना जाता है।

·  नामीब मरुस्थल: 

यह दक्षिणी अफ्रीका के पश्चिमी तट पर स्थित है।

यह नामीबिया और अंगोला देशों के हिस्से में फैला हुआ है।

यह दुनिया के सबसे पुराने मरुस्थलों में से एक है।

यह अपनी ऊंची रेत के टीलों और अद्वितीय पौधों के लिए जाना जाता है।

·  दानकिल मरुस्थल

यह पूर्वी अफ्रीका में स्थित है।

यह इथियोपिया, इरिट्रिया और जिबूती के कुछ हिस्सों में फैला हुआ है।

यह दुनिया के सबसे गर्म स्थानों में से एक है।

यह अपने ज्वालामुखी गतिविधि और अद्वितीय भूतापीय विशेषताओं के लिए जाना जाता है।


अफ्रीका की प्रमुख झीलें 

·  विक्टोरिया झील: 

यह अफ्रीका की सबसे बड़ी झील है और दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी मीठे पानी की झील है।

यह झील युगांडा, तंजानिया और केन्या की सीमाओं पर स्थित है।

यह नील नदी का प्रमुख स्रोत है।

 टंगानिका झील: 

यह अफ्रीका की दूसरी सबसे बड़ी झील है और दुनिया की दूसरी सबसे गहरी झील है।

यह तंजानिया, डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ़ कांगो, बुरुंडी और जाम्बिया की सीमाओं पर स्थित है।

·  मलावी झील (न्यासा झील): 

यह अफ्रीका की तीसरी सबसे बड़ी झील है।

यह मलावी, मोज़ाम्बिक और तंजानिया की सीमाओं पर स्थित है।

यह झील अपनी जैव विविधता के लिए जानी जाती है, जिसमें सिचलिड्स मछलियों की कई प्रजातियाँ शामिल हैं।

·  तुर्काना झील: 

यह केन्या और इथियोपिया की सीमाओं पर स्थित है।

यह अपनी क्षारीय जल और अद्वितीय वन्य जीवन के लिए जानी जाती है।

·  अल्बर्ट झील: 

यह युगांडा और कांगो के सिमा पर स्थित है।

·  एडवर्ड झील: 

यह युगांडा और कांगो के सिमा पर स्थित है।

·  कीवू झील: 

यह रवांडा और कांगो के सिमा पर स्थित है।

·  करिबा झील: 

यह जाम्बिया और ज़िम्बाब्वे के बीच ज़ाम्बेज़ी नदी बेसिन में स्थित है।

यह आयतन के हिसाब से विश्व की सबसे बड़ी मानव निर्मित झील और जलाशय है।


अफ्रीका की प्रमुख हीरे की खान 

·  किम्बरली खान, दक्षिण अफ्रीका: 

यह खान ऐतिहासिक रूप से हीरे के खनन के लिए प्रसिद्ध है।

1866 में यहाँ हीरे मिलने के बाद इस नगर का विकास तेजी से हुआ।

यहाँ से कई प्रसिद्ध हीरे निकले हैं, जिनमें "ओपनहाइमर हीरा" भी शामिल है।

·  कारोवे खान, बोत्सवाना: 

यह खान बोत्सवाना के शीर्ष हीरा उत्पादकों में से एक है।

यहाँ से दुनिया के सबसे बड़े हीरों में से कुछ पाए गए हैं।

यहाँ से 378 कैरेट का टॉप व्हाइट डायमंड भी निकला है।

·  लेट्सेंग खान, लेसोथो: 

यह खान बड़े और उच्च गुणवत्ता वाले हीरों के लिए जानी जाती है।

यहाँ से दुनिया के पांचवें सबसे बड़े हीरे सहित कई महत्वपूर्ण हीरे मिले हैं।

·  विलियमसन खान, तंजानिया

यह तंजानिया में स्थित एक महत्वपूर्ण हीरे की खान है।

यह दक्षिण अफ्रीका के बाहर पहली महत्वपूर्ण हीरे की खान के रूप में प्रसिद्ध हुई।

·  अन्य महत्वपूर्ण खानें

अफ्रीका में अन्य महत्वपूर्ण हीरे की खानें अंगोला, नामीबिया और डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ़ कांगो में भी स्थित हैं।


अफ्रीकी देश और उनकी राजधानियां 

अफ्रीका में कुल 54 देश हैं, जिनकी राजधानियां इस प्रकार हैं:

उत्तरी अफ्रीका

* अल्जीरिया - अल्जीयर्स

* मिस्र - काहिरा

* लीबिया - त्रिपोली

* मोरक्को - रबात

* सूडान - खार्तूम

* ट्यूनीशिया - ट्यूनिस

पश्चिमी अफ्रीका

* बेनिन - पोर्टो-नोवो

* बुर्किना फासो - औगाडौगू

* केप वर्डे - प्राइया

* गाम्बिया - बांजुल

* घाना - अक्करा

* गिनी - कोनाक्री

* गिनी-बिसाऊ - बिसाऊ

* आइवरी कोस्ट - यामौस्सोक्रो

* लाइबेरिया - मोनरोविया

* माली - बमाको

* मॉरिटानिया - नौआकोट

* नाइजर - नियामी

* नाइजीरिया - अबुजा

* सेनेगल - डकार

* सिएरा लियोन - फ्रीटाउन

* टोगो - लोमे

मध्य अफ्रीका

* कैमरून - याओंदे

* मध्य अफ्रीकी गणराज्य - बांगुई

* चाड - एन'डजामेना

* कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य - किंशासा

* कांगो गणराज्य - ब्राज़ाविल

* इक्वेटोरियल गिनी - मलाबो

* गैबॉन - लिब्रेविल

* साओ टोमे और प्रिंसिपे - साओ टोमे

पूर्वी अफ्रीका

* बुरुंडी - गीटेगा

* कोमोरोस - मोरोनी

* जिबूती - जिबूती

* इरिट्रिया - अस्मारा

* इथियोपिया - अदीस अबाबा

* केन्या - नैरोबी

* मडागास्कर - अंटानानारिवो

* मलावी - लिलोंग्वे

* मॉरीशस - पोर्ट लुइस

* मोजाम्बिक - मापुटो

* रवांडा - किगाली

* सेशेल्स - विक्टोरिया

* सोमालिया - मोगादिशू

* दक्षिण सूडान - जुबा

* तंजानिया - डोडोमा

* युगांडा - कंपाला

* जाम्बिया - लुसाका

* जिम्बाब्वे - हरारे

दक्षिणी अफ्रीका

* अंगोला - लुआंडा

* बोत्सवाना - गैबोरोन

* ईस्वातीनी (स्वाजीलैंड) - म्बाबने

* लेसोथो - मासेरु

* नामीबिया - विंडहोक

* दक्षिण अफ्रीका - प्रिटोरिया (प्रशासनिक), केप टाउन (विधायी), ब्लोमफ़ोन्टेन (न्यायिक)


अफ़्रीकी देश 

अफ़्रीका में कुल 54 देश हैं, जिनमें से प्रत्येक की अपनी अनूठी संस्कृति, इतिहास और भूगोल है। 

उत्तरी अफ़्रीका:

अल्जीरिया

अल्जीरिया उत्तरी अफ्रीका में स्थित एक देश है। यह अफ़्रीका का सबसे बड़ा देश है और भूमध्य सागर तट पर स्थित है।

राजधानी - अल्जीयर्स

क्षेत्रफल- लगभग 2.38 मिलियन वर्ग किलोमीटर

भाषा - अरबी (आधिकारिक), बर्बर भाषाएँ, फ़्रेंच

अल्जीरिया का एक समृद्ध इतिहास है, जिसमें बर्बर, रोमन, अरब और फ्रांसीसी शासन शामिल हैं।

अल्जीरिया ने 1962 में फ्रांस से स्वतंत्रता प्राप्त की।

भूगोल

  अल्जीरिया में विविध भौगोलिक क्षेत्र हैं, जिनमें सहारा रेगिस्तान, एटलस पर्वत और तटीय मैदान शामिल हैं।

   देश के दक्षिणी भाग में सहारा रेगिस्तान का विशाल विस्तार है।

अर्थव्यवस्था

 अल्जीरिया की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से तेल और प्राकृतिक गैस के निर्यात पर आधारित है।


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