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नदी उत्सव
नदी उत्सव एक वार्षिक आयोजन है जो भारत में नदियों की महिमा और महत्व का जश्न मनाता है। यह उत्सव भारत सरकार के जल शक्ति मंत्रालय द्वारा आयोजित किया जाता है। नदी उत्सव के दौरान, विभिन्न नदियों पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जिनमें शामिल हैं:
स्वच्छता अभियान:
नदी के किनारों को साफ करने और प्रदूषण को कम करने के लिए अभियान आयोजित किए जाते हैं।
सांस्कृतिक कार्यक्रम: नदी से जुड़े संगीत, नृत्य और अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
प्रकृतिवादी कार्यक्रम: नदियों की पारिस्थितिकी और महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
नदी उत्सव का उद्देश्य लोगों को नदियों के बारे में जागरूक करना और उन्हें स्वच्छ और स्वस्थ रखने के लिए प्रेरित करना है।
नदी उत्सव भारत के विभिन्न राज्यों में आयोजित किया जाता है। 2022 में, नदी उत्सव 4 नवंबर को आयोजित किया गया था। इस वर्ष,नदी उत्सव का मुख्य आयोजन नई दिल्ली के मेजर ध्यानचंद स्टेडियम में आयोजित किया गया था। इस आयोजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कई अन्य मंत्री और अधिकारी शामिल हुए थे।
नदी उत्सव भारत में नदियों के प्रति लोगों के प्यार और सम्मान को प्रदर्शित करने का एक शानदार तरीका है। यह एक ऐसा अवसर है जब लोग एक साथ आ सकते हैं और नदियों के संरक्षण के लिए काम करने का संकल्प ले सकते हैं।
भारत की सबसे बड़ी नदी गंगा है। गंगा की कुल लंबाई 2,525 किलोमीटर है। यह हिमालय की गोमुख ग्लेशियर से निकलती है और उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश से होकर बहती है। गंगा नदी भारत की सबसे महत्वपूर्ण नदी है। यह कृषि, जल आपूर्ति, परिवहन और धार्मिक अनुष्ठानों के लिए महत्वपूर्ण है।
भारत की अन्य प्रमुख नदियों में गोदावरी, कृष्णा, यमुना, नर्मदा, ब्रह्मपुत्र और सिंधु शामिल हैं।
यमुना
यमुना नदी भारत की एक प्रमुख नदी है जो हिमालय की यमुनोत्री ग्लेशियर से निकलती है और प्रयाग (प्रयागराज) में गंगा नदी में मिल जाती है। यह गंगा नदी की सबसे बड़ी सहायक नदी है।
यमुना नदी का उद्गम उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में समुद्र तल से लगभग 6387 मीटर की ऊंचाई पर निचले हिमालय की मसूरी रेंज में बंदरपूंछ चोटियों के पास यमुनोत्री ग्लेशियर से होता है। यमुनोत्री ग्लेशियर एक विशाल हिमखंड है जो लगभग 15 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है।
यमुना नदी उत्तराखंड से होकर बहती है और फिर उत्तर प्रदेश में प्रवेश करती है। उत्तर प्रदेश में, यह दिल्ली, मथुरा, आगरा, इटावा और प्रयाग से होकर बहती है। प्रयाग में, यह गंगा नदी में मिल जाती है।
यमुना नदी की कुल लंबाई 1,370 किलोमीटर है। यह भारत की पांचवीं सबसे लंबी नदी है।
सहायक नदियां
यमुना नदी की कई सहायक नदियां हैं, जिनमें शामिल हैं:
* चम्बल
* सेंगर
* छोटी सिन्धु
* बेतवा
* केन
सांस्कृतिक महत्व
यमुना नदी हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण नदी है। यह देवी लक्ष्मी और सरस्वती की पवित्र नदी है। यमुना नदी के तट पर कई हिंदू मंदिर और तीर्थस्थल स्थित हैं।
प्रदूषण
यमुना नदी प्रदूषण के खतरे का सामना कर रही है। दिल्ली और अन्य शहरों से निकलने वाला अपशिष्ट पानी नदी में प्रदूषण फैला रहा है। यमुना नदी के प्रदूषण को कम करने के लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं।
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